खेल अवसंरचना (खेल के मैदान)
सर्वांगीण विकास में अकादमिक परिणाम के साथ-साथ खेलों में भी विद्यार्थियों की अभिरुचि तथा श्रेष्ठ परिणाम आवश्यक है। बच्चों के बहुमुखी उत्थान के लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन कटिबद्ध है। केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 1 इंदौर में दो खेल के मैदान हैं। एल शेप में दोनों मैदान की खूबसूरती देखते ही बनती है। बिल्डिंग के मुख्य द्वार से लगे प्राचार्य कक्ष और प्रार्थना सभा के ‘ उद्गार’ मंच के समक्ष मैदान में जहां प्रतिदिन सुबह की प्रार्थना होती है वहीं खो-खो, कबड्डी, वॉलीबॉल कोर्ट, बास्केटबॉल कोर्ट, किचन गार्डन, जिम/कसरत के साधन तथा भारतीय लोक व्यवहार खेल जैसे सितोलिया आदि खिलाए जाते हैं।
विद्यालय भवन के पिछले क्षेत्र में एक बड़ा खेल का मैदान है, जहां फुटबॉल, क्रिकेट, एथलेटिक्स, दौड़ आदि करने के साथ-साथ खेल महोत्सव आयोजित किए जाते हैं। मैदानों की दुरुस्ती का कार्य भी जारी है।
इंडोर गेम्स में टेबल टेनिस, बैडमिंटन, शतरंज आदि विद्यार्थियों को सिखाया जाता है। विद्यालय के विवेकानंद सभागार में टेबल टेनिस के लिए व्यवस्था है, वहीं प्रयास मंच के समक्ष स्कूल भवन के भीतर बैडमिंटन का अभ्यास किया जाता है।
विद्यालय में स्थित तीनों मंचों तथा विवेकानंद सभागार में योगाभ्यास भी कराया जाता है तथा योग का महत्व व स्वास्थ्य में योग के योगदान पर व्याख्यान आयोजित होते हैं।
श्रेष्ठ स्पोर्ट्स प्रभारी तथा स्पोर्ट्स इंस्ट्रक्टर व योग टीचर की मेहनत है कि विद्यार्थी निरंतर संभाग स्तरीय, राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में अपनी पहचान बनाने के साथ-साथ केंद्रीय विद्यालय क्रमांक एक इंदौर का नाम रोशन कर रहे हैं।
इसी का नतीजा है कि संभाग स्तर पर विभिन्न खेलों में प्रथम पाली से जहां 120 विद्यार्थियों ने, वहीं द्वितीय पाली से 48 विद्यार्थियों ने प्रतिनिधित्व किया है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पाली से 28 विद्यार्थियों तथा द्वितीय पाली से 14 विद्यार्थियों ने अपनी भागीदारी की है। पर्याप्त मात्रा में खेल सामग्री का होना तथा खेल प्रशिक्षकों की व्यवस्था विद्यालय प्रबंधन द्वारा करना सराहनीय है।